अगर आप भी अपने इम्यून सिस्टम को बूस्ट करना चाहते हैं तो आज ही इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें, इसके कई फायदे हैं

मुली, गाजर, आदि कंदों की तरह शलजम भी कंदमूल ही होता है। ये पौष्टिकता से भरपूर होने के कारण स्वास्थ्यवर्द्धक होता है। शलजम बहुत सारे बीमारियों से राहत दिलाने में सहायता करता है। इसलिए हम आपके लिए शलजम के फायदे लेकर आए है। अगर आप भी शलजम के फायदे जानना चाहते है तो इस लेख को पूरा पढे।

शलजम एसी सब्जी है जो ज्यादातर शीतकाल में ही पायी जाती है। आम तौर पर शलजम का सब्जी बनाकर ही खाया जाता है। शलजम मे एन्टीऑक्सिडेंट, मिनरल, फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम जैसे अनेक पौष्टिक गुणों का भरपूर स्रोत है। इसलिए आयुर्वेद में शलजम का उपयोग अनेक बीमारियों के लिए औषधि के रुप में किया जाता है।

शलजम में कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर के उचित कार्य के लिए आवश्यक माने जाते हैं, जैसे पोटेशियम और फाइबर। पोटेशियम रक्तचाप को कम करने के द्वारा रक्त वाहिकाओं और धमनियों पर तनाव को कम करने में मदद करता है।

शलजम में पाए जाने वाले लोहे के महत्वपूर्ण स्तर से निम्न रक्त कोशिकाओं की संख्या या एनीमिया से पीड़ित होने पर लाभ मिल सकता है। लाल रक्त कोशिकाओं के गठन में लोहे की आवश्यकता होती है, जो शरीर को ऑक्सीजन, मरम्मत और शरीर के अंग प्रणालियों को चलाने के लिए आवश्यक होते हैं।

शलजम का स्वाद कड़वा और खाने में मुश्किल होता है लेकिन यह फायदेमंद होता है। इसमे मोजूद ओमेगा -3 फैटी एसिड और विटामिन किसी भी सूजन से राहत दिलाता है। ये कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करत है। ओर शरीर को स्वस्थ रखने मे बढ़ावा देता है।

कैल्शियम शलजम के भीतर उच्च सांद्रता में पाया जाता है और शरीर में हड्डियों के विकास और सुधार की सहायता में मदद करता है। हड्डी के खनिज घनत्व को बढ़ाने में कैल्शियम आवश्यक है, खासकर जब बड़े होते हैं और गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होते है, तो अपने आहार में कैल्शियम के लिए भरपूर शलजम का इस्तमाल करे।

विटामिन सी के अलावा, शलजम में विटामिन ई, मैंगनीज और बीटा-कैरोटीन भी उपलब्ध हैं, जो सभी शरीर में एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य कर सकते हैं। शलजम में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट लंबे समय के लिए बार बार होने वाली स्वास्थ्य की स्थिति को रोकने में मदद करता हैं। इस सब्जी के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम के साथ-साथ मलाशय और ट्यूमर को भी कम किया जाता है।

गर्मियों के महीनों में शरीर से बदबू आना एक आम समस्‍या है। शलजम का रस शरीर में से आने वाली बदबू से छुटकारा दिलाने में काफी लाभकारी होता है। आमतौर पर शलजम का रस पीना स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा माना जाता है और शरीर की गंध से बचाने में भी मददरूप है।

शलजम में कैलोरी कम है और इसलिए ये वजन घटाने वाले कार्यक्रम का एक प्रभावी हिस्सा बन सकती है। दूसरी ओर उनकी उच्च फाइबर सामग्री चयापचय को नियमित ओर शरीर के वजन को नियंत्रित करती है और स्वस्थ और सक्रिय शरीर का समर्थन भी करती है।

शलजम का लगातार सेवन आपकी त्वचा को उज्ज्वल और चिकनी रखने मे मदद करता है। विटामिन ए और सी की पूर्ति स्वस्थ और उज्ज्वल त्वचा को बनाए रखने में मदद करती है। यह विटामिन्स मुक्त कणों को समाप्त करने के साथ ही उनका मुकाबला करते है जो त्वचा की उम्र बढ़ने के लिए जिम्मेदार है। इस प्रकार यह दाग धब्बे, झुर्रियों और फाइन लाइन्स को रोकने में मदद करती है।

सिगरेट के धुएं में पाया जाने वाला कार्सिनोजेन्‍स शरीर में विटामिन ‘ए’ की कमी के कारण नुकसान पहुंचाता है। जिसके परिणामस्‍वरूप फेफड़ों की सूजन, एम्फीसेमा और अन्‍य फेफड़े की समस्याएं होती है। शलजम का विटामिन ‘ए’ इस कमी को दूर करके फेफड़ों को स्‍वस्‍थ बनाए रखने में मददरूप साबित होता है।

शलजम में एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोकेमिकल्स के उच्‍च स्‍तर के कारण यह कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। ग्लूकोसाइनोलेट्स की उपस्थिति के कारण यह कैंसर के प्रभाव को कम करने में मददरूप होता है। इसके पत्तों का रस पीना भी मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।