माथे पर क्यों लगाई जाती है बिंदी, स्त्रियां बिंदी लगाने से पहले ये जरूर जान लें

शादी के बाद महिलाएं माथे पर बिंदी लगाती हैं। कई महिलाएं शादी से पहले भी बिंदी लगाती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि माथे पर बिंदी न सिर्फ खूबसूरती बढ़ाती है बल्कि सेहत के लिहाज से भी महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है। आयुर्वेद में एक्यूप्रेशर में बिंदी को प्राथमिकता दी गई है और यह महिलाओं की कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में भी मददगार मानी जाती है। आइए आपको चेहरे पर बिंदी लगाने से होने वाले फायदों के बारे में बताते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

बिंदी लगाने का उचित स्थान दो भौहों के बीच का बिंदु है, जिसे आयुर्वेद में शरीर का सबसे महत्वपूर्ण चक्र – आज्ञा चक्र कहा जाता है। आयुर्वेद में, इस चक्र पर हल्का दबाव मन की शांति और घबराहट के इलाज में सहायक हो सकता है।

झुर्रियों से छुटकारा

बिंदी चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत करती है, जिससे रक्त प्रवाह तेज होता है और मांसपेशियां लचीली बनती हैं, जिससे आपके चेहरे पर झुर्रियां कम होती हैं।

सुनने की क्षमता बढ़ती है

माथे के बीच में लगे होने के कारण यह यहां की नसों को उत्तेजित करता है। इससे कान के अंदर की मांसपेशियां मजबूत होने के साथ-साथ कान भी स्वस्थ रहते है और सुनने की क्षमता बढ़ती है।

सिरदर्द दूर करने में मदद करता है

सिर दर्द का इलाज बिंदी की जगह एक्यूप्रेशर लगाकर किया जाता है। यह पॉइंट तंत्रिका और रक्त कोशिकाओं को सक्रिय करता है, जिससे दर्द से तुरंत राहत मिलती है।

तनाव दूर करने और अच्छी नींद लेने के लिए जरूरी

आयुर्वेद में जहां बिंदी लगाई जाती है, उसे न केवल मन की शांति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, बल्कि यह तनाव दूर करने और अच्छी नींद लेने के लिए भी आवश्यक है। इस बिंदु पर दबाव डालने से अनिद्रा की समस्या को दूर किया जा सकता है।