आज के समय में लाखों लोग हाई ब्लड प्रेशर यानि उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान रहते हैं। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी बूटियां हैं जिनके सेवन से या इस्तेमाल से आप उच्च रक्तचाप यानि हाई बीपी की समस्या को सामान्य कर सकते हैं। आज हम आपको इन जड़ी बूटियों के बारे मे विस्तार से बताएंगे। जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढे।
आयुर्वेद में महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी में से त्रिफला भी एक है। बता दें कि यह जड़ी बूटी बहेड़ा, आंवला, हरड़ को मिलाकर बनाई जाती है। इसके सेवन से न केवल ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित होता है बल्कि यह वजन कम करने में भी बेहद उपयोगी है।
रक्त परिसंचरण में सुधार करके यह रक्त वाहिकाओं की दीवारों के खिलाफ दबाव को कम करने में मदद करती है। ऐसे में खाना खाने के दो घंटे बाद गर्म पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला का सेवन कर सकते हैं। तुलसी का अर्क ब्लड प्रेशर को कम करता है। तुलसी में मौजूद इगुनोल रसायन रक्त वाहिकाओं को टाइट करने वाले कुछ तत्वों को ब्लॉक कर सकता है। इससे ब्लड प्रेशर कम होने लगता हैं। वैसे कुछ मात्रा में तुलसी को अपने आहार में शामिल करना बिलकुल भी नुकसानदायक नहीं होता।
अर्जुन आज बेहद जानी-मानी जड़ी बूटी है। हार्ट और सर्कुलेटरी सिस्टम के लिए इसके बहुत से प्रभावी मेडिसिनल इस्तेमाल हैं। इसीलिए इसे आयुर्वेद में दिल की बीमारियों के इलाज में काफी अहम माना जाता है। शंखपुष्पी या श्यामकांता एक सदाबहार जड़ी बूटी है, इसके औषधीय फायदों की वजह से इसका इस्तेमाल करते है। ये जड़ी बूटी हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए फायदेमंद है।
अजमोद में विभिन्न प्रकार के यौगिक होते हैं, जैसे कि विटामिन सी और आहार कैरोटीनॉयड, जो निम्न रक्तचाप में मदद कर सकता है। अजमोद में विभिन्न प्रकार के यौगिक होते हैं, जैसे कि विटामिन सी और आहार कैरोटीनॉयड, जो रक्तचाप को कम करने मे मदद करता है।
दालचीनी भी हाई ब्लड प्रेशर में फायदेमंद मानी जाती है। दालचीनी का अर्क अचानक और लंबे समय से बढ़े हुए बीपी को कम कर सकता है। इसे ओट्स या कॉफी आदि पर दालचीनी पाउडर ले सकते हैं। लहसुन में भी नाइट्रिक ऑक्साइड होता है, जिसमें ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता होती है। ये तत्व रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और उन्हे चौड़ा करने मे मदद करता है। इससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है और ब्लड प्रेशर में कमी आती है।
अलसी ओमेगा-तीन फैटी एसिड से भरपूर होती है। ब्लड प्रेशर कम करने का प्रभाव इसमे देखा गया है। अलसी के बीज सीरम कोलेस्ट्रोल को कम कर, ग्लूकोज टोलरेंस में सुधार लाकर एथेरोस्केलेरोटिक कार्डियोवस्कुलर डिजीज को रोका जा सकता हैं। अदरक में भी हाई बीपी को कंट्रोल करने के गुण होते हैं। अदरक रक्त प्रवाह को बेहतर करने और रक्त वाहिकाओं के आसपास की मांसपेशियों को आराम दिलाने में मदद करती है जिससे बीपी कम होने लगता है।
अनार न केवल फोलेट और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है, बल्कि इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी हैं। साथ ही, अनार का रस ह्रदय स्वास्थ को ठीक रखने के लिए भी जाना जाता है। नारियल का पानी ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। नारियल पानी पीने से बॉडी टेंप्रेचर को बैलेंस करने में मदद मिल सकती है।
चुकंदर स्वास्थ्य के लिए कई मायनों में फायदेमंद माना जाता है। चुकंदर कम कैलोरी वाली सब्जियों में आता है, जिसमें कि स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले विटामिन, खनिज, और पौधों के यौगिक होते हैं, जो कि लो ब्लड प्रेशर तक को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
आंवला ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत असरदार साबित होता है। एक गिलास पानी के साथ आंवले का रस अगर खाली पेट पीया जाए तो लंबे वक्त तक कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। यह हार्ट फेलियर और हाई ब्लड प्रेशर के एडवांस स्टेज जैसी परेशानियों को रोकने के लिए फलों में सबसे अच्छे माना जाता है। इस मे विटामिन C से भरपूर होने की वजह से ये रक्तवाहिकाओं को चौड़ा करने और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद्रूप साबित होता है।