क्या आपको भी लगता है की चावल खाने से शरीर को होता है नुकसान तो ये सोच गलत है, जानिए चावल के सेवन से होने वाले फायदे….

चावल एक स्वास्थवर्द्धक भोजन है। चावल में मौजूद स्टार्च के कारण यह शीघ्रता व आसानी से पच जाता है। पूर्वी देशों में चावल को रोगनिवारक माना जाता है। इसलिए हम आपके लिए लेकर आए है चावल के सेवन से होने वाले लाभ के बारेमे, जानने के लिए इस लेख को पूरा पढे।

चावल को ब्यूटी प्रोडक्ट के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। ये त्वचा संबंधी कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण झुर्रियों को आने से रोकता है और बढ़ती उम्र के प्रभाव से दूर रखता है। दस्त में हल्का गीला चावल खाना काफी फायदेमंद साबित होता है। पुराने समय में चावल को बतौर दवा इस्तेमाल किया जाता था।

चावल विभिन्न प्रकार के विटामिन और मिनरल्स का खजाना है। इसमें नियासिन, विटामिन डी, कैल्श‍ियम, फाइबर, आयरन, थायमीन और राइबोफ्लेविन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। चावल की प्रकृति ठण्डी होती है। चावल पाचनतंत्र के लिए उत्तम है। चावल खाने से यकृत मजबूत होता है।

त्वचा की सूजन में हल्दी के साथ चावल की पेस्ट बनाकर बांधने से आराम मिलता है। उच्च रक्तचाप के रोगी के लिए चावल का भोजन सबसे बढ़िया रहता है। क्योंकि चावल में नमक, वसा तथा कोलेस्ट्रोल बहुत ही अल्प मात्रा में होते हैं। चावल के पानी में शक्कर मिलाकर पीने से मूत्रबाधा दूर होती है।

कई लोग डाइटिंग करते वक़्त चावल खाना छोड़ देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक प्रकार के चावल मोटापा घटाने में भी मदद करते हैं? जी हाँ, ये हैं ‘वाइल्ड राइस’। इनमे काफ़ी कम कैलोरी होती हैं और इसीलिए, थोड़े से वाइल्ड राइस खाने से ही आपकी भूख मिट जाती है, इससे शरीर में ज़्यादा कैलोरी भी नहीं बढ़ती।

चावल से प्राप्त ऊर्जा चयापचय की क्रिया को भी नियमित रखता है। चावल में न तो हानिकारक फैट होता है न कोलेस्ट्रॉल और न ही सोडियम। चावल में सोडियम की मात्रा ना के बराबर होने की वजह से यह हाई ब्लड प्रेशर के लोगों के लिए फायदाकारक होता है।

पेट के अल्सर, दस्त, पेचिस, आंतों के कैंसर, बवासीर और टायफाइड में पके केले के साथ चावल खाना लाभदायक माना जाता है। अतिसार में चावल का पानी पीने से लाभ होता है। बच्चों को दस्त हो जाने पर चावल के पानी में नमक मिलाकर एक-दो घण्टे के अंदर पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती।

होल ग्रेन राइस जैसे ब्राउन राइस में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। पेट में कीड़े होने की समस्‍या सबसे अधिक बच्‍चों को होती है। बड़ों को भी आंतों में भी कीड़े हो सकते हैं। ये कीड़े लगभग बीस प्रकार के होते हैं। चावल को भूनकर उनको रातभर के लिए पानी में भिगो दें। सुबह इसे छानकर चावल के पानी को पीने से पेट के सभी प्रकार के कीड़े मर जाते हैं।

लिवर से जुड़ी समस्या होने से पीलिया रोग होता है। रोजाना भोजन में शालि चावल का भात खाएँ। इससे लीवर ठीक होता हैं, और पीलिया रोग दूर होता है। बवासीर पेट की खराबी के कारण होने वाली बीमारी है। भोजन के सही से न पचने और पेट की गर्मी से बवासीर रोग को बढ़ावा मिलता है। शालि एवं साठी चावल का सेवन खूनी बवासीर में लाभकारी साबित होता है।

चावल खाने से पेट ठंडा रहता है। इसके सेवन से पेट की कई परेशानियां अपने आप ही खत्म हो जाती है। चावल शरीर के तापमात को नियंत्रित रखता है। ब्राउन राइस खाने से शरीर को अघुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर का खतरा कम करने मे मदद करता है।

अल्जाइमर की बीमारी में चावल काफी फायदेमंद साबित होता है। इसे खाने से आपके दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर का विकास तेज हो जाएगा, जो अल्‍जाइमर रोगियों की बीमारी के खिलाफ लड़ने में सहायक बनता है। सफेद चावल की तुलना में भूरा चावल, जिसे हम ब्राउन राइस भी कहते हैं, काफी भायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद तत्व शरीर के लिए काफी लाभकारी साबित होते हैं।