हर बीमारी का इलाज करने में कारगर है एलोवेरा, जानिए एलोवेरा के गजब के फायदे

1. आखों के लिए

अगर आप काम करते हुए या घर में रहते हुए कंप्यूटर के सामने ज्यादा समय तक बैठते हैं, टीवी ज्यादा देखते हैं या मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं तो आपकी आंखों पर इसका बुरा असर पड़ेगा. ऐसे में अगर आप एलोवेरा जूस का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी आंखों के लिए बेस्ट रहेगा।

2. त्वचा को रखे जवान

प्री-मैच्योर एजिंग की पहली निशानी झुर्रियां और फाइन लाइन्स होती है। कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट्स और केमिकल प्रोडक्ट्स में बड़ी रकम खर्च करने से बेहतर है आप कम उम्र से ही त्वचा की देखभाव करना शुरू कर दें।

एलोवेरा जेल को चेहरा पर लगाएं और इसे अपना जादू करने दें। एलोवेरा की पत्ती में बीटा कैरोटी, विटमिन ए और विटमिन ई जैसे कई ऐंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं। ये सारी चीजें आपकी स्किन के टेक्सचर को अच्छा करती हैं और इसमें प्राकृतिक कसाव बनाए रखती हैं।

3. डाइजेशन में मदद करे

रोजाना एलोवेरा जूस पीना अच्छी आदत है। एलोवेरा के इस्तेमाल से डाइजेशन अच्छा होता है और अल्सर से भी राहत मिलती है। लेकिन एलोवेरा जूस के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए पहले डॉक्टर से बात जरूर कर लें।

4. गंजेपन से मिलेगी निजात

आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में लोग अपने बाल पर ज्यादा ध्यान नहीं देते. यही वजह है कि लोगों को कम उम्र में ही गंजेपन या बाल झड़ने की समस्या से दो चार होना पड़ता है. ऐसे में अगर आप एलोवेरा का इस्तेमाल करते हैं तो बाल झड़ने या टूटने की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी. इसके लिए आपको सिर्फ रेगुलर बेसिस पर एलोवेरा जूस का इस्तेमाल करना होगा. आप कोशिश करें कि अपने कंडिशनर या सैम्पू के साथ एक से दो चम्मच एलोवेरा जूस को मिलाकर इस्तेमाल करें।

5. डायबिटीज़ में रामबाण है एलोवेरा

डायबिटीज़ इन दिनों बेहद आम बीमारी हो गई है। किसी ज़माने में बुजुर्गों का रोग मानी जाने वाली ये बीमारी अब नवजात बच्चों तक को चपेट में लेने लगी है। डायबिटीज़ से बचने के लिए योग और खाने-पीने पर कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है। डायबिटीज के मरीज अगर एलोवेरा जूस का सेवन करते हैं तो उन्हें काफी फायदा मिल सकता है। एक स्टडी में पाया गया है कि रोज़ एलोवेरा का जूस पीने वाले टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीज़ों के भी ब्लड शुगर में गिरावट आती है। इसके अलावा फाइटोथेरेपी रिसर्च में प्रकाशित एक स्टडी में इसकी पुष्टि की गई है । इसके अलावा, टाइप-1 डायबिटीज़ वाले मरीज़ भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।