अश्वगंधा कई बीमारियों के लिए है रामबाण, जानिए क्या हैं इसके फायदे

आपने कई बार अश्वगंधा का नाम सुना होगा। अखबारों या टीवी में अश्वगंधा के विज्ञापन आदि भी देखे होंगे। आप सोचते होंगे कि अश्वगंधा क्या है या अश्वगंधा के गुण क्या है? दरअसल अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है। अश्वगंधा का प्रयोग कई रोगों में किया जाता है। क्‍या आप जानते हैं कि मोटापा घटाने, बल और वीर्य विकार को ठीक करने के लिए अश्वगंधा का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा अश्वगंधा के फायदे और भी हैं।

अश्‍वगंधा के कुछ खास औषधीय गुणों के कारण यह बहुत तेजी से प्रचलित हुआ है। आइए आपको बताते हैं आप अश्वगंधा का प्रयोग किन-किन बीमारियों में और कैसे कर सकते हैंः

1. कैंसर से करता है बचाव

अश्वगंधा का इस्तेमाल कई बीमारियों के लिए किया जाता है। इसमें खतरनाक और नाम सुनते ही रूह कांप जाने वाली कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी शामिल हैं। अश्वगंधा का सेवन करने से इस घातक बीमारी से भी बचा जा सकता हैं। इसमें मौजूद एंटी-ट्यूमर गुण वैकल्पिक उपचार के लिए काफी अच्छा माना जाता है।

2. बैक्टीरिया के संक्रमण में लाभ

आयुर्वेदिक चिकित्सा ग्रंथों के अनुसार, अश्वगंधा मानव में बैक्टीरिया के संक्रमण को नियंत्रित करने में प्रभावी है। भारत में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जैव प्रौद्योगिकी के केंद्र में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि अश्वगंधा में जीवाणुरोधी गुण हैं और मौखिक रूप से इसके सेवन किए जाने पर यह मूत्रजनन, जठरांत्र और श्वसन तंत्र के संक्रमण में बहुत प्रभावी है।

3.तनाव के लिए

तनाव की समस्या कई बीमारियों का कारण बन सकती है। चूहों पर किए गए शोध के अनुसार, आयुर्वेदिक औषधि अश्वगंधा में मौजूद एंटी-स्ट्रेस गुण तनाव कम करके इसके कारण होने वाली बीमारियों से बचा सकता है ।
अश्वगंधा में यह एंटी-स्ट्रेस प्रभाव सिटोइंडोसाइड्स और एसाइलस्टरीग्लुकोसाइड्स नामक दो कंपाउंड की वजह से पाया जाता है । ये अश्वगंधा के गुण तनाव से मुक्ति दिलाने में मदद कर सकते हैं। अब अगर आपसे कोई पूछे की अश्वगंधा के क्या फायदे हैं, तो उन्हें तनाव मुक्ति के बारे में जरूर बताएं।

4.कमजोरी होगी दूर

अश्वगंधा का सेवन करने से कमजोरी दूर होती है। शरीर को मजबूत बनाने के लिए रोजाना एक गिलास दूध में अश्वगंधा पाउडर और त्रिकाटू पाउडर मिलाकर पीना चाहिए। इस मिश्रण का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इस मिश्रण का सेवन करने से मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।