भारत और UAE के बीच मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement) रविवार से प्रभाव में आ गया है। इस समझौते में कपड़ा, कृषि, सूखे मेवे, रत्न और आभूषण जैसे क्षेत्रों के उत्पादों के घरेलू निर्यातकों को UAE के बाजार में ड्यूटी-फ्री पहुंच मिलेगी।
सीमा शुल्क नहीं लगेगा
इस समझौते को अमल में लाने की सांकेतिक शुरुआत करते हुए वाणिज्य सचिव बी.वी.आर सुब्रमण्यम ने रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के तीन निर्यातकों को सर्टिफिकेट्स सौंपे हैं। व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के तहत दुबई भेजी जाने वाली इन खेप पर सीमा शुल्क (India UAE Custom Duty) नहीं लगेगा।
द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाना लक्ष्य
सुब्रमण्यम ने कहा कि भारत के लिए UAE बड़ा कारोबारी साझेदार है और यह देश पश्चिम एशिया, नॉर्थ अमेरिका, मध्य एशिया और उप-सहारा अफ्रीका के लिए प्रवेश मार्ग भी है। CEPA का उद्देश्य अगले पांच वर्षों में भारत और UAE के बीच मौजूदा 60 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।
भारत और यूएई के बीच CEPA प्रभाव में
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड और विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक मई से समझौते के अमल में आने की अधिसूचनाएं जारी की है। सुब्रमण्यम ने कहा, भारत और यूएई के बीच CEPA आज प्रभाव में आ गया। आज हम भारत से पहली खेप UAE भेज रहे हैं, जिसमें इस समझौते का लाभ मिलेगा।