यहां रात होते ही लड़कियों को कपड़े उतारने के लिए मजबूर करते है घर के ही लोग, कारण जानकर चौंक जाएंगे

भले ही देश आज चांद पर पहुंच गया हो, लेकिन देश में अभी भी कई ऐसे अंधविश्वास हैं। जिसके बारे में जानकर हैरानी हो जाती है। भले ही देश आज आजाद हो गया हो, लेकिन इस देश की कई महिलाएं आजादी की प्यासी हैं। हा, अभी भी देश के कई हिस्सों में महिलाओं के साथ घोर अन्याय हो रहा है।

आज हम आपको एसे ही एक अंधविश्वास के बारे में बताएंगे। यह अंधविश्वास के अनुसार माता-पिता अपनी बेटियों को बिना कपड़े पहने घर से बाहर जाने के लिए मजबूर करते हैं। बिहार के एक गाँव में जहाँ लोग बारिश कम होने पर बहुत अजीब काम करने लगते हैं, भारत पूरी दुनिया में खेती के लिए बहुत प्रसिद्ध है, लेकिन यहाँ खेती पूरी तरह से प्रकृति पर निर्भर है। जब बारिश नहीं होती है, तो लोग अंधविश्वास का शिकार हो जाते हैं, जो किसी भी मायने में उचित नहीं है। खेतों में उचित उत्पादन की कमी के कारण, लोग अंधविश्वास में डूबे हुए हैं और बारिश लाने के लिए अजीब तरीके अपनाते हैं।

इस अंधविश्वास के कारण महिलाओं पर यहां अत्याचार किए जाते हैं, जिस पर विश्वास करना भी बहुत मुश्किल है। अगर इस गांव की मान्यताओं के आधार पर महिलाओं को खेत में भेजा जाए तो भगवान नाराज नहीं होते। यहां अविवाहित महिलाओं को रात में बिना कपड़े पहने खेतों में भेजा जाता है और खेतों में हल चलाकर काम करना पड़ता है। ऐसा करने से भगवान खुश होते हैं और बारिश आने लगती है।

कई युवा महिलाएं इस परंपरा का पालन नहीं करना चाहती हैं, हालांकि परिवार के सदस्य उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर करते हैं। आपको बता दें कि प्रत्येक परिवार की एक युवती को खेत में भेजा जाता है।