भारत के 16 वर्षीय प्रज्ञानानंद ने शतरंज में विश्व चैंपियन कोरलसन को हराया

भारतीय शतरंज खिलाड़ी रामबाबू प्रज्ञानानंद ने विश्व चैंपियन मैग्नस कोरलसन को हरा दिया है। ये वही कार्लसन हैं जो दिग्गज शतरंज मास्टर और 5 बार के चैंपियन कार्लसन को हराकर चैंपियन बने थे।

प्रज्ञानानंद रमेशप्रभु की यह दूसरी जीत

16 वर्षीय रामबाबू प्रज्ञानानंद ने शतरंज मास्टर्स के 5वें दौर में विश्व चैंपियन कार्लसन को हराया। कार्लसन के खिलाफ भारतीय ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंद रमेशप्रभु की यह दूसरी जीत है। उन्होंने इससे पहले फरवरी में कार्लसन को हराया था। कार्लोस ने चेसबॉल मास्टर्स के पांचवें दौर में गलती की और मैच हार गए।

काले घोड़े को गलत जगह पर रखना पडा महंगा

40वीं चाल के दौरान अपने काले घोड़े को गलत जगह पर रखने के कारण उन्हें परेशानी हुई। इसका फायदा उठाकर भारतीय खिलाड़ी ने अचानक मास्टर स्ट्रोक खेला और मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। भारतीय ने तब कहा था कि वह जीतना नहीं चाहता। इस जीत से प्रज्ञानंदन की ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट में नॉकआउट चरण में पहुंचने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

प्रज्ञानानंद ने बनाए 12 अंक

150 हजार अमेरिकी डॉलर की राशि के साथ इस टूर्नामेंट के दूसरे दिन के बाद भारतीय स्टार प्रज्ञानानंद को 12 अंक मिले हैं. जबकि कार्लसन दूसरे नंबर पर हैं। तो चीन के वी.ई. यह टूर्नामेंट में पहला स्थान है। इस टूर्नामेंट में दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर अभिमन्यु मिश्रा भी हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें 16 खिलाड़ी शामिल हैं।