आज लोगों की सबसे बड़ी समस्या पेट्रोल की बढ़ती कीमत है। पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। कई राज्यों में तो पेट्रोल 100 का आंकड़ा भी पार कर चुका है लेकिन अगर सरकार द्वारा यह एक निर्णय लिया जाता है, तो पेट्रोल और डीजल 20 रुपये तक सस्ते हो सकते हैं।
एसीबीआई इकोनॉमिस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें केंद्रीय और राज्य स्तर के टेक्स के कारण दुनिया में उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। लेकिन अगर इसे जीएसटी के तहत लाया जाता है, तो डीजल की कीमत 68 रुपये प्रति लीटर तक आ सकती है।
ऐसा करने से केंद्र और राज्य सरकार को राजस्व में केवल 1 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 0.4 प्रतिशत है। एसबीआई इकोनॉमिस्ट द्वारा गणना की गई है जिसमें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 60 रुपये प्रति बैरल और डॉलर-रुपये की विनिमय दर 73 रुपये प्रति डॉलर तय की गई है।
प्रत्येक राज्य में पेट्रोल और डीजल पर अलग-अलग कर लगाया जाता है। अगर पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के तहत शामिल किया जाता है, तो पेट्रोल 75 रुपये प्रति लीटर और डीजल 68 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध होगा।