7 दिन इसके 2 चम्मच ही खाने से कब्ज, एसिडिटी और पेट की हर बीमारी से मिल जाएगा हमेशा के लिए छुटकारा..

इसबगोल एक गुणकारी पौधा है, जो स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं के लिए उपयोग में लिया जाता है। इसबगोल के लाभ जानने के बाद आप भी इसका इस्तेमाल करने के बारे में एक बार जरूर सोचेंगे। इसलिए आज हम आपको इसबगोल के लाभके बरेमे बतानेवाले है, आगर आप भी इसबगोल के लाभ जानना चाहते है तो इस लेख को पूरा पढे।

इसबगोल में जिलेटिन पाया जाता है जो शरीर में ग्लूकोज के विघटन और अवशोषण की प्रक्रिया को धीमी करती है। जिससे डायबिटीज या मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कई शोधों में इस बात की पुष्टि हुई है कि डाइट में फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करने से इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल कम होता है जिससे डायबिटीज को नियंत्रित करना आसान होता है।

पेट से जुड़ी तमाम दिक्कतें सिर्फ कब्ज़ की समस्या के कारण ही होती हैं। इसलिए ज़रुरी है कि सबसे पहले कब्ज़ का इलाज किया जाए जिससे बाकि समस्याएं अपने आप ठीक हो जाती हैं। ईसबगोल में मौजूद फाइबर की अधिक मात्रा लैक्सेटिव की तरह काम करती है। इसबगोल को पानी के साथ मिलाकर खाने के एक घंटे बाद लें और इसके बाद एक या दो गिलास पानी और पी लें।

यह आंतों की मांसपेशियों की गतिशीलता बढ़ाती है और मल को मुलायम बनाती है जिससे मलत्याग करना काफी आसान हो जाता है। कुछ दिन इसबगोल का सेवन करने से कब्ज़ ठीक होता है। बवासीर और फिशर होने की सबसे मुख्य वजह कब्ज़ ही है।

खाना ठीक से ना पचने और मलत्याग में कठिनाई होने के कारण ही गुदा के आस पास की नसें सूज जाती हैं और बवासीर की समस्या होती है। अगर आप ईसबगोल का सेवन कर रहे हैं तो यह आपके मल में पानी की मात्रा बढ़ाकर उसे और नरम बना देती है जिससे मलत्याग करना बिल्कुल आसान हो जाता है और उस दौरान दर्द भी नहीं होता।

इसबगोल को विनेगरमें भिगोकर दाँतों के नीचे दबाकर रखने से दाँतके दर्द में लाभ होता है। जंगली इसबगोल के पत्तों को पीसकर उसमें मक्खन मिलाकर दाँतों पर मलने से मसूड़ों की सूजन दूर होती है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ईसबगोल का सेवन फायदेमंद साबित होता है। ईसबगोल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करके ह्रदयको क्रियाशील बनाये रखने मे मदद करता है।

ईसबगोल का सेवन अल्सर के लक्षणों को कम करने में सहायक बनता है, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार इसमें पित्त शमन का गुण होता है जो कि अल्सर के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। ईसबगोल का उपयोग पेट की जलन को शांत करने में मदद करता है क्योंकि ईसबगोल की तासीर ठंडी होती है जो पेट की जलन शांत करने में मददरूप होती है।

इसबगोल का नियमित सेवन गॉल ब्लैडर में पथरी बनने से रोकने में काफी कारगर साबित होता है। वजन घटाने के लिए भी इसबगोल मदद करता है। यहां भी इसमें मौजूद फाइबर के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, फाइबर युक्त आहार का सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे अतिरिक्त भोजन करने की इच्छा नहीं होती है। इस प्रकार आप अपने वजन को नियंत्रित करने का काम करते हैं।

हृदय स्वास्थ्य के लिए भी ईसबगोल की भूसी के फायदे देखे जा सकते हैं, जो कई प्रकार के हृदय रोगों के खतरे को कम करता है। इसके अतिरिक्त यह भी देखा गया कि इसबगोल का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है। जबकि कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करके हृदय कई समस्या के जोखिमों को कम किया जाता है।

डायरिया की स्थिति में भी ईसबगोल खाने से लाभ मिलता हैं। ईसबगोल खाने के फायदे से शरीर को फाइबर की पूर्ति होगी, जिससे डायरिया होने का खतरा कई गुना तक कम हो जाता है। कोलन कई सफाई रूप में भी इसबगोल के फायदे कई सारे हैं, क्योंकि इसके सेवन से आंत में पानी की मात्रा बढ़ती है, जिससे कोलन की कार्यप्रणाली को बढ़ावा मिलता है।