पिता ने गवाई थी कोरों नामे नौकरी, बस चालक की बेटी दुर्गा ने जीता बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल

दुर्गा चंद्राकर ने एसबीकेएफ इंटरनेशनल चैंपियनशिप 2021 में गोल्ड जीतकर देश को मशहूर किया है। दुर्गा चंद्राकर की इस जीत पर छत्तीसगढ़ के सीएम ने उन्हें सम्मानित भी किया है. जिस स्थान पर आज दुर्गा चंद्राकर पहुंची हैं, उसके पीछे उनके माता-पिता का सबसे बड़ा हाथ है। एक साधारण परिवार से आने वाली दुर्गा चंद्राकर के हर फैसले में उनके माता-पिता का साथ होता था।

जब उन्होंने अपने परिवार को बॉक्सिंग में करियर बनाने के बारे में बताया तो उन्होंने इस फैसले में अपनी बेटी का साथ दिया।दुर्गा चंद्राकर के पिता एक बस ड्राइवर हैं और उनकी मां एक गृहिणी हैं। दुर्गा चंद्राकर के मुताबिक, कोरोना की वजह से उनके पिता की नौकरी चली गई थी. उनके परिवार में कुल पांच लोग हैं। उनकी एक बहन और दो भाई हैं। उसकी बहन एक निजी अस्पताल में नर्स का काम करती है। जबकि उनके दो भाई क्रिकेट खेलते हैं और राज्य स्तरीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं।

दुर्गा चंद्राकर के मुताबिक उन्होंने पांच साल पहले बॉक्सिंग सीखी थी। जब वह बीए की पढ़ाई कर रही थीं, तब मुकेश श्रीवास्तव सर ने उन्हें बॉक्सिंग सिखाना शुरू किया। उन्होंने दिल से बॉक्सिंग सीखी और आज बॉक्सिंग में गोल्ड जीतने में कामयाब हुए हैं।

दुर्गा चंद्राकर का कहना है कि उन्हें पहले से ही खेलों का काफी शौक रहा है और वह राष्ट्रीय स्तर पर वॉलीबॉल भी खेल चुकी हैं। उन्होंने अब तक बॉक्सिंग में चार नेशनल मैच खेले हैं। वहीं 10 से 15 अगस्त तक नेपाल में आयोजित एसबीकेएफ इंटरनेशनल चैंपियनशिप 2021 में उन्होंने एक नेपाली बॉक्सर को हराकर गोल्ड जीता है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सोमवार शाम को मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक विजेता दुर्गा चंद्राकर से मुलाकात की थी। गरियाबंद जिले के चुरारा की रहने वाली दुर्गा चंद्राकर ने मुख्यमंत्री को बताया कि नेपाल के पोखरा में 10 से 15 अगस्त के बीच हुई एसबीकेएफ इंटरनेशनल चैंपियनशिप में अंडर-30 आयु वर्ग में बॉक्सिंग में पहला स्थान हासिल किया. मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि पर दुर्गा चंद्राकर को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस दौरान डॉ. रश्मि चंद्राकर, खिलाड़ी बघेल, संजय शर्मा, देवराज चंद्राकर, दुलारी चंद्राकर, राहुल चंद्राकर और ट्विंकल चंद्राकर मौजूद थे।

एशिया कप अगले साल बैंकॉक में होने जा रहा है। इसमें दुर्गा भी हिस्सा लेने वाली हैं। दुर्गा के मुताबिक वह पहले से ही एशिया कप में मेडल जीतने की तैयारी कर रही हैं. अपनी पसंद के बारे में बात करते हुए दुर्गा चंद्राकर ने कहा कि उन्हें कुकिंग का बहुत शौक है और फिलहाल वह बी.पी.एड की पढ़ाई कर रही हैं.