डायनासोर का अंत कैसे हुआ? एस्टेरोइड के टुकडे से खुला रहस्य

वैज्ञानिकों को उत्तरी डकोटा के हेल क्रीक फॉर्मेशन की एक जीवाश्म साइट पर कई चौंकाने वाली चीजें मिली हैं। इस गह पर डायनासोर युग को खत्म करने वाले कई अवशेषों को संरक्षित किया गया है। खोजे गए जीवाश्मों में मलबे में फंसी मछली, कछुआ और संभवतः डायनासोर का पैर शामिल है जिन्होंने ऐस्टरॉइड की टक्कर को देखा था।

ऐस्टरॉइड ने धरती के भविष्य को बदल दिया

इस खोज का खुलासा ‘Dinosaur Apocalypse’ नाम की नई डॉक्यूमेंट्री में हुआ है। वैज्ञानिकों का
मानना है कि डायनासोर 6.60 करोड़ साल पहले एक विशालकाय ऐस्टरॉइड की टक्कर के बाद खत्म हो गए थे। ऐस्टरॉइड की टक्कर वाले स्थान को आज मैक्सिको में युक्टान प्रायद्वीप के रूप में जाना जाता है। इस ऐस्टरॉइड ने धरती के भविष्य को बदल दिया और आखिरकार इंसान अस्तित्व में आए।

ऐस्टरॉइड के बेहद छोटे टुकड़े मिले

अब दावा किया जा रहा इसी ऐस्टरॉइड के बेहद छोटे टुकड़े मिले हैं जो गोंद में जमे हुए हैं। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने इस खोज को ‘लाजवाब’ करार दिया है। डॉक्यूमेंट्री में प्रकृतिवादी सर डेविड एटनबरो और जीवाश्म विज्ञानी रॉबर्ट डीपाल्मा को दिखाया गया है। साइट की गई शुरुआती खोजों से डीपाल्मा को संकेत मिला कि इस जगह पर डायनासोर युग के अंत के दुर्लभ सबूत मिल सकते हैं।

कैल्शियम से भरपूर है ऐस्टरॉइड के छोटे-छोटे टुकडे

मछली के जीवाश्म पर अध्ययन से यह पता चलता है कि ऐस्टरॉइड धरती पर बसंत के मौसम में आया था। कई जीवाश्म विज्ञानियों का मानना है कि यह साइट डायनासोर के ‘आखिरी दिन’ को दिखाती है। खोजकर्ताओं को गौंद के अंदर कई छोटे-छोटे टुकड़े मिले हैं जिनमें ज्यादातर कैल्शियम से भरपूर हैं। डीपाल्मा ने कहा कि उनमें दो टुकड़े बिल्कुल अलग थे।

टुकड़े ‘लगभग’ निश्चित रूप से खगोलीय जगत के

इनमें क्रोमियम, निकल और कुछ अन्य तत्व थे जो सिर्फ ऐस्टरॉइड में पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे शुरुआती विश्लेषण के आधार पर वे टुकड़े ‘लगभग’ निश्चित रूप से खगोलीय जगत के थे। वैज्ञानिक इस बात की पुष्टि करने की उम्मीद कर रहे हैं कि यह ऐस्टरॉइड कहां से आया था और किससे बना था।

Tanis जीवाश्म साइट

रॉबर्ट डीपल्मा ने 2012 में जीवाश्म साइट पर काम करना शुरू किया था जिसे Tanis के नाम से जाना जाता है। टैनिस मैक्सिको के तट से टकराने वाले ऐस्टरॉइड द्वारा बनाए गए चिक्सुलब इम्पैक्ट क्रेटर से 2000 मील से अधिक दूरी पर स्थित है।