अगर आप नए घर में शिफ्ट हो रहे है तो रखें इन बातों का ध्यान।बनी रहेगी सुख समद्धि।

गृहप्रवेश के शुभ मुहूर्त

वैदिक ज्योतिष के मुताबिक, माघ, फाल्गुन, वैशाख, ज्येष्ठ माह गृह प्रवेश (griha pravesh) के लिए शुभ माने जाते हैं। वहीं मंगलवार, शनिवार और रविवार के अलावा सप्ताह के किसी भी दिन गृह प्रवेश करना शुभ माना गया है। तिथियों में अमावस्या और पूर्णिमा को छोड़कर शुक्ल पक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी और त्रयोदशी तिथि को शुभ माना गया है।

नए घर में गृह प्रवेश के लिए कुछ जरूरी टिप्स:

गृह प्रवेश हमेशा शुभ दिन ही करें। देवी-देवताओं की मूर्तियों को घर की पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए। पूजा कराने से पहले घर को अच्छे से साफ करें। इसके लिए आप पानी में नमक घोलकर फर्श धो सकते हैं। यह नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है।

घर में प्रवेश के दौरान सीधा पैर पहले रखें।

घर के मेन गेट को अच्छे से सजाएं, क्योंकि इसे सिंह द्वार कहा जाता है यानी वास्तु पुरुष का चेहरा। इसे आम की पत्तियों और ताजे फूलों से सजाएं। फर्श पर चावल के आटे और शानदार रंगों से रंगोली बनाएं। माना जाता है कि रंगोली बनाने से माता लक्ष्मी आती हैं। आसपास की जगह को शुद्ध करने के लिए हवन (जड़ी-बूटियों और लकड़ी को आग में डालना) किया जाता है। इसके बाद भगवान गणेश का ध्यान करते हुए गणेश जी के मंत्रों के साथ घर के ईशान कोण में या फिर पूजा घर में कलश की स्थापना करें।

रसोई घर में भी पूजा करनी चाहिये। चूल्हे, पानी रखने के स्थान और स्टोर आदि में धूप, दीपक के साथ कुमकुम, हल्दी, चावल आदि से पूजन कर स्वास्तिक चिन्ह बनाना चाहिए। रसोई में पहले दिन गुड़ व हरी सब्जियां रखना शुभ माना जाता है। चूल्हे को जलाकर सबसे पहले उस पर दूध उफानना चाहिए। मिष्ठान बनाकर उसका भोग लगाना चाहिए।

घर में बने भोजन से सबसे पहले भगवान को भोग लगाएं। गौ माता, कौआ, कुत्ता, चींटी आदि के निमित्त भोजन निकाल कर रखें। ब्राह्मण को भोजन कराएं या फिर किसी गरीब भूखे आदमी को भोजन करा दें। इससे घर में सुख, शांति व समृद्धि आती है व हर प्रकार के दोष दूर हो जाते हैं।