गुलाम नबी कांग्रेस से ‘आजाद’, पार्टी के सभी पदों से दिया इस्तीफा

वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़ दी है. गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. बता दें कि इस्तीफा देते हुए गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेटर भी लिखा. गुलाम नबी आजाद ने लिखा कि बड़े खेद और अत्यंत भावुक हृदय के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा शताब्दी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है. गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को 5 पन्नों की चिट्ठी लिखी है.

गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को खत में लिखा कि कांग्रेस ने इच्छाशक्ति और क्षमता दोनों खो दी हैं. भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले पार्टी नेतृत्व को देशभर में कांग्रेस जोड़ो एक्सरसाइज करनी चाहिए. राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब से राहुल गांधी की राजनीति में एंट्री हुई और जनवरी, 2013 में उनको पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया तब उन्होंने पहले से स्थापित पुराने सलाहकार तंत्र को नष्ट कर दिया. सारे वरिष्ठ और अनुभवी लोगों को साइडलाइन कर दिया.

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राहुल गांधी की अपरिपक्वता के सबसे स्पष्ट उदाहरणों में से एक राहुल गांधी द्वारा मीडिया के सामने एक सरकारी अध्यादेश को फाड़ना था. वो अध्यादेश भारत के प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा सर्वसम्मति से पास किया गया था. उसे भारत के राष्ट्रपति द्वारा भी विधिवत अनुमोदित किया गया था.

वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने खत में लिखा कि राष्ट्रीय स्तर पर हमने बीजेपी को उपलब्ध राजनीतिक स्पेस दिया और राज्य स्तर पर ये जगह क्षेत्रीय दलों ने ले ली. यह सब इसलिए हुआ क्योंकि पिछले 8 साल में नेतृत्व ने एक गैर-गंभीर व्यक्ति को पार्टी के शीर्ष पर थोपने की कोशिश की.