3 जून को चौथ और सर्वार्थसिद्धि योग, गणेश जी की इस विधि-विधान से करें पूजा

3 जून जेठ के महीने सुद पक्ष का चौथा दिन है। इस दिन शुक्रवार, छठ और सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। नौतपा भी दो जून को पूरी हो जाएगी। चौथे दिन गणेश जी का व्रत किया जाता है। शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी की विशेष पूजा की परंपरा है। साथ ही इस दिन शुक्र ग्रह के लिए विशेष शुभ कार्य भी किए जा सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषी पं. मनीष शर्मा के अनुसार चौथे दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान के बाद गणेश मंदिर जाना चाहिए या घर के मंदिर में पूजा की तैयारी करनी चाहिए।

श्री गणेश नमः मंत्र का जाप कर पूजा करें

व्रत और भगवान की पूजा करने का संकल्प लेना चाहिए। गणेश जी का अभिषेक करें। गणेशजी को सिंदूर, दूर्वा, फूल, चावल, फल, प्रसाद, वस्त्र आदि शुभ वस्तुएँ अर्पित करें। श्री गणेश नमः मंत्र का जाप कर पूजा करें। दूर्वा और जानोई पूजा में भगवान के पास जाते हैं। फल अर्पित करें। दीप जलाकर प्रार्थना करें। पूजा के बाद प्रसाद अन्य भक्तों को दें और आप भी लें। फिर उनके 12 नाम मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।

गणेश मंत्र

ૐ सुमुखाय नमः ૐ विनायकाय नमः ૐ धूम्रकेतवे नमः ૐ एकदंताय नमः ૐ कपिलाय नमः ૐ गजकर्णकाय नमः ૐ लम्बोदराय नमः ૐ विकटाय नमः विघ्नरायण नमः ૐ गणाध्यक्षाय नम: ૐ भालचंद्राय नम: ૐ गजाननाय नम:।

पूरे दिन उपवास करना चाहिए

यदि आप उपवास करना चाहते हैं तो आपको पूरे दिन उपवास करना चाहिए। आप चाहें तो फल खा सकते हैं। चौथे दिन की शाम को चंद्रमा के उदय के बाद, चंद्रमा के दर्शन और गणेश की पूजा के बाद व्रत पूरा किया जाता है। व्रत में फलों के साथ पानी, दूध, फलों का रस आदि का सेवन किया जा सकता है।

ऐसे की जा सकती है लक्ष्मी की पूजा

शुक्रवार के दिन लक्ष्मीजी और भगवान विष्णुजी की प्रतिमाओं का अभिषेक करें। इसके लिए दक्षिणावर्ती शंख में केसर मिश्रित दूध भरकर अभिषेक करें। फिर शुद्ध जल अर्पित करें। अभिषेक के बाद वस्त्र, माला, यज्ञ आदि धारण करें। धूप जलाकर प्रार्थना करें। पूजा के बाद भगवान से अपनी किसी भी गलती के लिए क्षमा मांगें। प्रसाद बांटें और आप भी खाएं।

शुक्र ग्रह के लिए करें ऐसे शुभ कार्य

शुक्र ग्रह के दोष को दूर करने के लिए शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। दूध को चांदी के लोटे से शिवलिंग पर चढ़ाएं। दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं। धूप जलाकर प्रार्थना करें। शुक्र ग्रह को भी दूध का दान करना चाहिए।