‘बॉलीवुड के लोग प्रभास और महेश बाबू को जानते तक नहीं थे और अब तो’: राणा दग्गुबाती

‘बाहुबली’ में भल्लाल देव की भूमिका निभाने वाले अभिनेता राणा दग्गुबाती इन दिनों अपनी आगामी वेब सीरीज ‘राणा नायडू’ के प्रचार में व्यस्त हैं। इस बीच तेलुगू फिल्मों की बढ़ती लोकप्रियता पर सवाल उठाए गए। जिसके जवाब में अभिनेता ने कहा कि कुछ साल पहले बॉलीवुड में कुछ लोग प्रभास और महेशबाबू को जानते तक नहीं थे।

Rana Mahesh Babu | Rana Daggubati | Mahesh Babu | Ask Rana | Rana Comments  On Mahesh Babu | Rana About Mahesh Babu | Baahubali Mahesh Babu | -  Filmibeat

इसके अलावा, राणा ने कहा कि जब लोग प्रभास की फिल्म का नाम पूछते थे, तो वे महेश बाबू को नम्रता शिरोडकर के पति के रूप में पहचानते थे। हालांकि, ‘बाहुबली’ की रिलीज के बाद सबकुछ बदल गया। जो लोग प्रभास को नहीं जानते थे वो भी उन्हें अच्छे से जानने लगे थे।

Throwback: When Rana Daggubati Wanted To Play Wingman To Prabhas For This  Bollywood Heroine - Filmibeat

राणा ने कहा था, ‘मैं ‘बाहुबली’ की शूटिंग के दौरान कुछ देर के लिए बाहर गया था। मेरे एक मित्र ने पूछा कि इस फिल्म में मुख्य भूमिका कौन निभा रहा है? जब मैंने प्रभास का नाम लिया तो उन्होंने पूछा कि प्रभास कौन हैं। मुझे नहीं पता था कि उन्हें कैसे समझाऊं कि प्रभास कौन हैं। मैंने कुछ फिल्मों के नाम लिए, लेकिन उन्होंने एक भी नहीं देखी।’

When Rana Daggubati wanted Baahubali star Prabhas's help to escape the  police! - India Today

बातों को आगे बढ़ाते हुए राणा ने कहा, ‘उसने मुझसे कहा कि वह सिर्फ चीनू के पति को जानता है। मैंने सोचा चीनू कौन है, तभी अचानक याद आया कि चीनू नम्रता शिरोडकर है। मुझे आश्चर्य हुआ कि वह महेश बाबू के बारे में बात कर रहे थे। मैंने तब उनसे कहा था कि अगर वह चार या पांच साल इंतजार कर लें, तो हमारी सेना आ रही है।’

Mahesh Babu on Twitter: "Happy birthday, @RanaDaggubati... Wishing you  success and happiness in abundance... Keep up the amazing work!  https://t.co/0TurpyuFyZ" / Twitter

हिंदी-तेलुगु दर्शक एक ही हैं
हिंदी पट्टी में तेलुगु फिल्मों की लोकप्रियता के बारे में बात करते हुए राणा दग्गुबाती ने कहा कि उन्हें विश्वास था कि यह दिन अनिवार्य रूप से आएगा। उनकी दूसरी फिल्म हिंदी में थी। उन्हें लगता है कि हिंदी और तेलुगु के दर्शक लगभग एक जैसे हैं। अकारण ही हम भाषा के चक्रव्यूह में फँस जाते हैं। एक दिन यह सब एक साथ आ जाएगा। जब वह हिंदी फिल्म बनाते हैं तो लोग सोचते हैं कि वह तेलुगू फिल्म बना रहे हैं, जब वह तेलुगू फिल्म बनाते हैं तो लोग सोचते हैं कि वह हिंदी फिल्म बना रहे हैं।