12 वीं पास छात्रा ने की आत्महत्या ओर लिखी नोट ‘सॉरी मम्मी-पापा, अब मुजसे नहीं होगा

दिल्ली से सटे गाजियाबाद में रहने वाले 12वीं पास के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है. मरने से पहले छात्रा ने एक नोट भी छोड़ा है। जिसमें उन्होंने खुदकुशी का कारण बताया है। वहीं सुसाइड नोट पढ़कर सभी की आंखों में आंसू आ गए. पुलिस के मुताबिक लड़की की उम्र 18 साल थी और वह कविंगर के दुर्गा एन्क्लेव में अपने परिवार के साथ रहती थी।

छात्रा का नाम नंदिनी था और वह 12वीं पास थी। जबकि नंदिनी का भाई आदित्य 10वीं का छात्र है। पुलिस के मुताबिक दुर्गा एन्क्लेव निवासी संजय त्यागी नोएडा में एक आईटी कंपनी में काम करता है। उसकी बेटी नंदिनी ने आत्महत्या कर ली है।छात्र का शव सोमवार को फंदे से लटका मिला। रिश्तेदारों को संयोग से एक डायरी भी मिली है। जिसमें एक सुसाइड नोट था। नोट में छात्रा ने माफी मांगते हुए लिखा कि सॉरी मम्मी-डैडी, वो जैसी चाहती थी वैसी नहीं हो पाई।

परिजनों ने उसे देखा तो फंदे से उतारकर सर्वोदय अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.अस्पताल से मेमो मिलने पर पुलिस को घटना की जानकारी हुई. परिजनों ने पुलिस से शव का पोस्टमॉर्टम नहीं करने की गुहार लगाई। जिसके बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। कविंगर एसएचओ संजीव शर्मा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराए बगैर परिजनों को सौंप दिया गया.

पुलिस के मुताबिक नंदिनी पढ़ाई में कमजोर थी और हाल ही में 12वीं पास की थी। नंदिनी का परिवार अक्सर पढ़ाई को लेकर उसे चिढ़ाता था। 12वीं पास करने के बाद नंदिनी किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेने की कोशिश कर रही थी। लेकिन कम अंक के कारण नंदिनी को अच्छे कॉलेज में प्रवेश नहीं मिल रहा था। इस वजह से वह डिप्रेशन में थी। पुलिस के मुताबिक नंदिनी रक्षाबंधन से काफी खुश थी। उन्होंने भाई आदित्य को राखी भी बांधी। लेकिन अगली ही बार उसने यह भयानक कदम उठाया

सुसाइड करने से पहले नंदिनी ने अंग्रेजी में सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें नंदिनी ने लिखा कि आई एम सॉरी मम्मी-पापा। जैसा तुम दोनों चाहते थे वैसा मैं नहीं कर सकी। मैं तुम्हारी अच्छी बेटी नहीं बन सकी। यह अफ़सोस की बात है कि मेरे माता-पिता ने मेरे लिए इतना कुछ किया और मैं उनके लिए कुछ नहीं कर सकी।

मुझे डर है कि अगर मैं अपनी मां के सपने पूरे नहीं करूंगी तो क्या होगा? मैंने तुम दोनों को बहुत दुखी किया है। अब और नहीं करना चाहती। यह अब मुजसे नहीं होगा। अब मैं थक गई हूं। यह अस्थायी समस्या का स्थायी समाधान है। मुझे अफसोस है,मेने यह कदम उठाया। मुझे बड़े मम्मी, मम्मी, डैडी, बड़े डैडी, अपने दोनों भाइयों से बहुत प्यार है। गुड बाय