भारत की हालत भी एक समय पर आज के श्रीलंका जैसी होने को थी, आर्थिक संकट से ऐसे बचा था देश

90 के दशक (1991 Indian economic crisis) में भारत का विदेशी क़र्ज़ 72 अरब डॉलर पहुंच चुका था। ब्राज़ील और मेक्सिको के बाद हम दुनिया के तीसरे सबसे बडे़ कर्जदार […]