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बच्चे को जन्म देते ही गुजर गई मां, गोद में बच्चे को लेकर अब कॉलेज में पढ़ाने जाते है पिता, आयए देखते तस्वीरे

<p>एक बच्चे के लिए अपने जीवन में माता-पिता का होना बहुत जरूरी है। क्योंकि माता-पिता दोनों के पास बच्चे के लिए एक विशेष स्थान होता है। लेकिन कभी-कभी स्थिति ऐसी होती है कि मां को पिता की भूमिका निभानी पड़ती है और कभी-कभी पिता को मां की तरह ही बच्चे की देखभाल करनी पड़ती है।<&sol;p>&NewLine;<p>तो आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो न सिर्फ पिता बल्कि मां भी हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह एक शिक्षक भी हैं और शिक्षक होने के अपने कर्तव्य को बहुत ही शानदार तरीके से निभा रहे हैं। आइए जानते हैं इस शख्स की कहानी।<&sol;p>&NewLine;<p>मशहूर आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने हाल ही में सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर कर इस शख्स के बारे में जानकारी दी&period; तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि एक शख्स अपने बच्चों को पेट के बल लगाकर पढ़ा रहा है&period; इस दौरान वह न सिर्फ बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं बल्कि अपने नन्हे-मुन्नों का भी ख्याल रख रहे हैं।<&sol;p>&NewLine;<p>इस तस्वीर को शेयर करते हुए अवनीश शरण ने कहा&comma; &&num;8216&semi;एक ऐसा शख्स जिसकी पत्नी बच्चे को जन्म देते समय गुजर गई और अकेले पिता रहे। इस लिहाज से वह अपने बच्चे के लिए एक जिम्मेदार पिता हैं।&&num;8221&semi; उन्होंने आगे कहा&comma; &&num;8220&semi;ऐसे मामलों में बहुत से लोग काम से छुट्टी लेकर छोटे बच्चे की परवरिश करते हैं।<&sol;p>&NewLine;<p>लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और अपने बेटे को गोद में लिए हुए अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए कॉलेज चले गए। यह एक रियल लाइफ हीरो है।&&num;8221&semi; मेरे ज़ख्मों में नमक मलने की बात करो ये सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है&period; लोगों ने कहा&comma; &&num;8216&semi;एक अच्छे पिता और शिक्षक दोनों की भूमिका निभा रहे हैं। आज के भारतीय पुरुषों को इनसे प्रेरणा लेने और इनसे कुछ सीखने की जरूरत है।”<&sol;p>&NewLine;<p>आईएएस अवनीश शरण की बात करें तो वह बिहार के समस्तीपुर जिले के केवता गांव के रहने वाले हैं&period; बता दें&comma; अवनीश 2009 बैच के छत्तीसगढ़ के आईएएस अधिकारी हैं। अवनीश अपने सिंपल नेचर के लिए काफी पॉपुलर हैं और वह इन दिनों सोशल मीडिया के जरिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं<&sol;p>&NewLine;<p>अवनीश साल 2017 में सबसे ज्यादा चर्चित रहे हैं। दरअसल&comma; इस दौरान उन्होंने बलरामपुर के कलेक्टर रहते हुए अपनी बेटी वेदिका को एक सरकारी प्रज्ञा प्राथमिक विद्यालय में भर्ती कराया था&period; इसके बाद लोगों ने उनकी काफी सराहना की।<&sol;p>&NewLine;<p>इतना ही नहीं&comma; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके सरल स्वभाव के सराहनीय योगदान और लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहने के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है। अवनीश सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और अक्सर अपने फॉलोअर्स को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करने की सलाह देते हैं।<&sol;p>&NewLine;

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